Jaisalmer News: जैसलमेर के बॉर्डर इलाके में बम के धमाके से शनिवार को धरती हिल गई. यह धमाका खारिया गांव में हुआ. दरअसल, एक चरवाहे को 23 अक्टूबर को तनोट इलाके में जिंदा बम मिला था. इसकी सूचना ग्रामीणों ने पुलिस और बीएसएफ के अधिकारियों को दी. इसके बाद बम को रेत से भरे बैग के साथ सुरक्षित करवाया गया और उसके ऊपर पहरा लगवाया गया.
बम निरोधक दस्ते को बम डिफ्यूज करने के लिए पत्र भेजा गया जिसके बाद आर्मी के कोणार्क कोर का बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा. बम निरोधक दस्ते ने गांव से दूर ले जाकर सुनसान इलाके में बम को डिफ्यूज किया. इस दौरान कई किमी दूर तक बम के धमाके की आवाज सुनाई दी. बम (Bomb) डिफ्यूज होने के बाद आस-पास के इलाके में रहने वाले ग्रामीणों ने राहत की सांस ली. इस दौरान सेना की बेटल एक्स डिवीजन के अधिकारी और जवान मौजूद रहे.
बॉर्डर एरिया में अक्सर मिलते रहते हैं ऐसे बम
सबसे पहले सेना के जवानों ने बम को तारों के साथ जोड़ा. उसके बाद दूर रिमोट लगाकर बम को डिफ्यूज किया. जैसे ही रिमोट का बटन दबाया गया तो तेज धमाके के साथ बम डिफ्यूज हो गया. हालांकि सेना ने मिट्टी के अंदर बम को दबा दिया था ताकि बम के फटने के बाद कोई नुकसान नहीं हो. तनोट इलाके में मिले इस जीवित बम को भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय का बताया जा रहा है. ऐसे कई बम सरहदी इलाकों में अक्सर मिलते रहते हैं.
