Naresh Meena : देवली-उनियारा विधानसभा से निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा के द्वारा एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारने के बाद बवाल मचा हुआ है. बवाल इतना बढ़ गया कि करीब 24 वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. मामले को बढ़ते देख अब नरेश मीणा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले पुलिस ने नरेश मीणा को हिरासत में ले लिया था लेकिन समर्थकों की भीड़ उसे छुड़ा ले गई. नरेश मीणा के समर्थक और पुलिस के बीच हुई इस झड़प में 15 से ज्यादा लोग घायल हो गए. उग्र भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े.
ग्रामीणों ने पुलिसवालों पर उनके साथ मारपीट का आरोप लगाया था. स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिसवालों ने उनके वाहनों को फूंंक दिया है और उनके बच्चे भी बुधवार रात से गायब है.
RAS असोसिएशन और तहसीलदार संघ हड़ताल पर
घटना के बाद से नरेश मीणा की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही है. क्योंकि थप्पड़ कांड के बाद आरएएस असोसिएशन और तहसीलदार संघ ने पेन डाउन हडताल की घोषणा कर दी है. आरएएस असोसिएशन और तहसीलदार संघ ने मांग की है कि नरेश मीणा पर जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई हो. अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि जब तक नरेश मीणा की गिरफ्तारी नहीं होती तब तक पेन डाउन हड़ताल जारी रहेगी.
नरेश मीणा ने एसडीएम पर लगाए आरोप
निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा भी अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि वोटिंग के दौरान मालपुरा के एसडीएम ने अपने हिसाब ने तीन वोट डलवाएं जबकि यहां के गांववाले समरावता को देवली उपखंड में शामिल करने का विरोध कर रहे हैं. यह पहले उनियारा में था. इस बात को लेकर ग्रामीणों ने वोटिंग का बहिष्कार किया था.
कैसे घटित हुआ ये थप्पड़ कांड?
नरेश मीणा के द्वारा मालपुरा एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारने की घटना देवली उनियारा विधानसभा क्षेत्र के समरावता मतदान केंद्र पर हुई. बुधवार दोपहर को मतदान चल रहा था. इस दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा अपने समर्थकों के साथ मतदान केंद्र पर घुसने का प्रयास करने लगे. पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं रुके. इस दौरान मीणा वोटिंग रूम में जाकर कुछ देर बाद बाहर निकले और वहां तैनात मालपुरा एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया. बाद में पुलिस नरेश मीणा को पकड़कर साइड में ले गई.
