इंडियन आर्मी और डीआरडीओ ने स्वदेशी पिनाका रॉकेट सिस्टम (Pinaka Rocket System) का गुरुवार को सफल परीक्षण किया. इस सिस्टम ने 44 सेकेंड में 12 रॉकेट दागे. इस बार इसकी रेंज को बढ़ाकर 37 किमी से 45 किमी तक कर दिया गया है. इस रॉकेट प्रणाली से 7 से लेकर 45 किमी रेंज तक एक साथ कई ठिकानों पर हमला कर सकते हैं.
यह टेस्टिंग प्रोविजनल स्टाफ क्वालिटेटिव रिक्वायरमेंट्स (PSQR) वैलिडेशन ट्रायल का हिस्सा थी. फ्लाइट टेस्टिंग तीन चरणों में विभिन्न फील्ड फायरिंग रेंज में की गई. इन परीक्षणों के दौरान, बड़े पैमाने पर रॉकेटों का टेस्ट किया गया. इस दौरान डीआरडीओ व भारतीय सेना के अधिकारी मौजूद रहे.
DRDO has successfully completed the Flight Tests of Guided #Pinaka Weapon System. Various parameters such as ranging, accuracy, consistency and rate of fire for multiple target engagement in a salvo mode were assessed during the trials. The tests were conducted in three phases at… pic.twitter.com/qVtq4MqCse
— Ministry of Defence, Government of India (@SpokespersonMoD) November 14, 2024
क्या है पिनाका रॉकेट लॉन्चर ?
पिनाका रॉकेट अत्याधुनिक दिशासूचक प्रणाली से लैस है. इसका वजह से यह लक्ष्य पर सटीकता के साथ निशाना लगा पाता है. पुणे स्थित डीआरडीओ प्रयोगशाला, आयुध अनुसंधान एवं विकास स्थापना (एआरडीई) और हाई एनर्जी मैटेरियल रिसर्च लेबोरेटरी ने इसे डिजाइन और डवलप किया है. पिनाका रॉकेट की शुरुआती रेंज करीब 37 किलोमीटर थी. इसे बढ़ाकर अब 45 किमी किया जा चुका है. इसका नाम शिव के धनुष पिनाक के नाम पर रखा गया है.
फायर रेट का किया गया आंकलन
इस दौरान PSQR स्टैंडर्ड जैसे कि रेंज, सटीकता, स्थिरता और सैल्वो मोड (सैल्वो तोपखाने या आग्नेयास्त्रों का एक साथ प्रयोग है जिसमें लक्ष्य को भेदने के लिए तोपों से गोलीबारी शामिल है) में कई लक्ष्यों पर फायर रेट का आकलन किया गया. लॉन्चर उत्पादन एजेंसियों द्वारा अपग्रेड किए गए दो इन-सर्विस पिनाका लॉन्चरों से प्रत्येक उत्पादन एजेंसी के बारह (12) रॉकेटों को टेस्ट किया गया है. यह परीक्षण सफल रहा है.
राजनाथ सिंह ने की तारीफ
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रणाली के सफल पीएसक्यूआर सत्यापन परीक्षणों के लिए डीआरडीओ और भारतीय सेना की तारीफ की है. इस निर्देशित पिनाका हथियार प्रणाली को शामिल करने से सशस्त्र बलों की तोपखाने की मारक क्षमता में और वृद्धि होगी. उन्होंने आगे कहा कि इस परीक्षण की सफलता से भारतीय सेना और मजबूत होगी.
