Barmer : हड़वा गांव में सोलर कंपनियों द्वारा बिजली प्लांट लगाने के विवाद में आखिरकार ग्रामीणों को न्याय मिल गया है. यह मामला उस समय उठा जब सोलर कंपनियों द्वारा किसानों को उनकी जमीन पर काम करने के बदले उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा था. कई किसानों को या तो भुगतान कम किया गया, या उन्हें कोई राशि दी ही नहीं गई.
कंपनी के रवैये से परेशान ग्रामीणों ने 5 दिसंबर से सोलर कंपनियों और बिचौलियों के खिलाफ प्रदर्शन शुरूकिया था. बिजली कंपनी ने किसानों की जमीन पर मशीनें भेजकर जबरन काम शुरू करने की कोशिश की. जब ग्रामीण अपनी समस्या लेकर शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी के पास पहुंचे तो उन्होंने किसानों और सोलर कंपनियों के बीच मध्यस्थता करने की कोशिश की.
40 दिनों तक जारी रहा धरना
यह धरना लगातार 40 दिनों तक जारी रहा. इस दौरान विधायक रविन्द्र सिंह भाटी किसानों के साथ पूरी मजबूती से खड़े रहे और हर मंच पर उनकी आवाज उठाई. आखिरकार सोलर कंपनियों ने सभी मांगों को स्वीकार करते हुए यह निर्णय लिया कि जिन किसानों की जमीन पर बिजली कंपनी का काम किया जा रहा है, उन्हें 20 जनवरी तक 3,500 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से टोकन मनी का भुगतान किया जाएगा.
इसके अलावा, सोलर कंपनियों ने गांव के विकास के लिए पंचायत को सीएसआर फंड के तहत 3.5 करोड़ रुपये देने का भी वादा किया. अन्य मांगों में ग्रामीणों को प्लांट पर होने वाले काम में लोकल को प्राथमिकता के साथ रोजगार प्रदान करना, और पंचायत के साथ मिलकर गांव के समग्र विकास की योजनाएं बनाना शामिल है.
