Jaisalmer : राज्य सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई प्रकार की योजनाएं बनाती हैं और विशेषकर ग्रामीण बच्चों क्षेत्रों के बच्चों को स्कूल से जोड़ने का प्रयास करती है. इसी तरह जैसलमेर जिले के ग्रामदानी गांव कबीर बस्ती के रहने वाले प्रागाराम राठौड़ के बेटे तीर्थ कुमार ने सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए ठोस कदम उठाया है. उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए एक योजना बनाकर अच्छी पहल की है जिसकी जमकर सराहना हो रही है.
तीर्थ कुमार जोधपुर जिले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सिपाही पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. उन्होंने अपने पैतृक गांव में स्थित एम के जी मेमोरियल स्कूल कबीर बस्ती एवं राउमावि कबीर बस्ती में अध्ययनरत कुल 157 विद्यार्थियों को अपनी माता सीता देवी व पत्नी मीरा देवी की उपस्थिति में नन्हें मुन्हें बच्चों को निःशुल्क जूते वितरित किए.
इसी स्कूल के पूर्व छात्र रह चुके हैं तीर्थ कुमार
खुशी ग्राम विकास एवं शिक्षण संस्थान कबीर बस्ती के सचिव मनोहर लाल ने बताया कि भामाशाह तीर्थ कुमार कबीर बस्ती के इसी राजकीय विद्यालय का पूर्व छात्र भी रह चुका है. इनके द्वारा निःशुल्क जूते वितरित करने से विद्यार्थियों को सुविधा मिलने से बेहतर शैक्षणिक माहौल पैदा होगा. इस पहल की सराहना पूरे क्षेत्र में हो रही है. वहीं, भामाशाह के पिता प्रागाराम राठौड़ ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य बच्चों को सर्दी के मौसम में राहत प्रदान कर उनकी शिक्षा को प्रोत्साहित करना है.
शू पाकर खिल उठे बच्चों के चेहरे
द्वितीय कक्षा के छात्र डेविड राठौड़ ने बताया कि शू पाकर हम छोटे बच्चे बहुत खुश हैं. हम ईश्वर से यह प्रार्थना करते है कि तीर्थ कुमार को अग्रिम जीवन में इतनी प्रसन्नता मिले कि जितनी हमें आज मिली है.समस्त विद्यार्थियों की प्रसन्नता को देखते हुए बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु भामाशाह तीर्थ कुमार ने पुनः अगली बार सभी विद्यार्थियों को स्कूल बैग देने की घोषणा की. राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कबीर बस्ती के प्रधानाचार्य शिवलाल सिंह ने भामाशाह के परिवार का आभार जताते हुए बताया कि बच्चों को सामग्री वितरण जैसी पहल न केवल बुनियादी जरूरतों को पूरा करती है बल्कि समाज के प्रति जागरूकता व दायित्व का भी संदेश देती है.
निःशुल्क शू वितरण कार्यक्रम में वरिष्ठ अध्यापक मगाराम , गुणेशाराम , छगनसिंह , रामदयाल मीणा , रमेश कुमार , चिमाराम , दिनेशपाल , बुधाराम, हिम्मताराम , नखतुराम , राजेश कुमार व कई ग्रामीणों सहित समस्त विद्यालय स्टाफ मौजूद रहा.
