Jaisalmer : जैसलमेर कांग्रेस में कभी फूट दिखाई देती है तो कभी वो एकजुट नजर आती है. लोकसभा चुनाव में जैसलमेर के कांग्रेस नेता एक होकर लड़े तो कांग्रेस के उम्मेदाराम बेनीवाल सीट जीतने में कामयाब हो गए. लेकिन लोकसभा चुनाव बीतने के बाद जिला कांग्रेस में एक बार फिर फूट पड़ती हुई नजर आ रही है.
कांग्रेस पार्टी में फकीर परिवार, रूपाराम धनदेव और जिलाध्यक्ष उम्मेद सिंह तंवर सब अलग-अलग नजर आ रहे हैं. दरअसल, 11, 12, 13 फरवरी को जैसलमेर के सम में यूथ कांग्रेस का एक कार्यक्रम होना है. इस कार्यक्रम के पोस्टर में फकीर परिवार के लोग तो दिखाई दे रहे हैं लेकिन पूर्व विधायक रूपाराम धनदेव, जिलाध्यक्ष उम्मेद सिंह तंवर, पीसीसी मेंबर जानब खां और अंजना मेघवाल का दूर-दूर तक कहीं नाम दिखाई नहीं पड़ रहा.
इससे कांग्रेस पार्टी में फूट पड़ती हुई दिख रही है. आने वाले पंचायत चुनाव से पहले ये गुटबाजी कांग्रेस पर भारी पड़ सकती है. इसको लेकर कांग्रेस के नेता कुछ भी खुलकर कहने से बचते नजर आ रहे हैं. कोई भी खुलकर इसलिए बात नहीं करना चाहता क्योंकि अगर वह गुटबाजी की बात कहेगा तो पार्टी उस पर कोई एक्शन ले लेगी.
कांग्रेस मुख्यालय पर एक्टिव नहीं फकीर परिवार
इतना ही नहीं, अक्सर देखने को मिलता है कि यूथ कांग्रेस का कोई भी कार्यक्रम जिला मुख्यालय पर नहीं होता. इसके साथ ही 2018 से फकीर परिवार से कोई भी नेता जिला कांग्रेस के मुख्यालय पर एक्टिव नजर नहीं आया. इसके बावजूद कांग्रेस पार्टी ने फकीर परिवार पर कोई एक्शन नहीं लिया. गुटबाजी के बावजूद क्या कांग्रेस पार्टी फकीर परिवार के दबाव के चलते कोई भी एक्शन लेने से बच रही है या इसकी कोई और वजह है? यूथ कांग्रेस के पोस्टर में जिलाध्यक्ष, पीसीसी मेंबर और पूर्व विधायक की फोटो गायब मिलने पर हमारे संवाददाता ने जब जिलाध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर और जानब खां से बातचीत की तो वे कुछ भी स्पष्ट तौर पर कहने से बचते नजर आए. जानब खां ने बताया कि जब पंचायतीराज चुनाव आएगा तब सब कुछ ठीक हो जाएगा और एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे.
