Jaipur : राजस्थान विधानसभा में 21 फरवरी को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने पूर्व प्रधानमंत्री पर एक टिप्पणी कर दी थी जिसके बाद कांग्रेस पार्टी के विधायक जमकर भड़क गए. मंत्री ने कहा कि 2023-24 में आपकी दादी इंदिरा गांदी के नाम पर योजना का नाम रखा था. उनके इतना कहते ही कांग्रेसी विधायक वेल में आकर हंगामा करने लगे. सदन के हालात कुछ ऐसे हो गए कि कांग्रेस विधायक हंगामा करते हुए स्पीकर की टेबल तक पहुंचने लगे.
मामले के तूल पकड़ने के बाद स्पीकर वासुदेव देवनानी ने गोविंद सिंह डोटासरा, उप नेता प्रतिपक्ष रामकेश मीणा, अमीन कागजी, जाकिर हुसैन गैसावत, हाकम अली खान और संजय कुमार को बजट सत्र की बची हुई अवधि के लिए सस्पेंड कर दिया. कांग्रेस के 6 विधायकों के सस्पेंड होने के बाद से कांग्रेस कार्यकर्ता लगातार धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं.
कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया
24 फरवरी को भी कांग्रेस कार्यकर्ता विधानसभा को घेरने निकले थे जिन्हें पुलिस ने बीच में ही रोक लिया. इस दौरान दोनों पक्षों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एक-एक कर हिरासत में ले लिया. इस बीच जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग को जबरदस्ती पार करने की कोशिश की तो हालात तनावपूर्ण हो गए और भीड को उग्र होता देख पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया. विरोध कर रहे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर पानी की तेज बौछार की गई जिससे प्रदर्शनकारी तितर बितर हो गए. पानी का प्रेशर इतना तेज था कि इसके कारण कई कार्यकर्ता सड़क पर गिरते दिखे. मामले को लेकर द बवाल के रिपोर्टर अजीत कुमार ने कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं से बात करने की कोशिश की. वीडियो में देखिए उन्होंने क्या कुछ कहा?
हालांकि धरना-प्रदर्शन के बाद अब विधानसभा से निलंबित किए गए 6 कांग्रेस विधायकों को बहाल करने पर सहमति बन गई है जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं का यह धरना समाप्त हो गया है.
