Barmer : राजस्थान के बाड़मेर जिले में कांग्रेस पार्टी ने पंचायतीराज पुनर्गठन और परिसीमन के खिलाफ मंगलवार को जोरदार प्रदर्शन किया. पार्टी कार्यकर्ता और नेताओं ने महावीर पार्क के पीछे सांकेतिक धरना देकर विरोध जताया, जिसके बाद वे नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. कांग्रेस का आरोप है कि राज्य की भाजपा सरकार ने नगर निकाय और पंचायतीराज संस्थाओं के परिसीमन में लोगों की भावनाओं की अनदेखी करते हुए मनमानी की है.
धरना स्थल पर कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा जारी किए गए परिसीमन प्रस्ताव में पुराने राजस्व गांवों को नजरअंदाज करते हुए नए गांवों को ग्राम पंचायत का दर्जा दे दिया गया है। इतना ही नहीं, कई पुराने गांवों को ऐसी ग्राम पंचायतों में जोड़ दिया गया है, जिनकी ग्राम पंचायत मुख्यालय से दूरी काफी अधिक है.
आंदोलन की दी चेतावनी
कांग्रेस जिलाध्यक्ष गफूर अहमद ने कहा कि यह पुनर्गठन जनभावनाओं के खिलाफ है और सरकार को इसे तुरंत वापस लेना चाहिए. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर समय रहते बदलाव नहीं किया गया, तो कांग्रेस सड़क पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेगी.
शिव विधायक रविंद्र भाटी पर कसा तंज
पूर्व जिलाध्यक्ष फतेह खान ने शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी को भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र हरसाणी के 12 गांवों को चार अलग-अलग पंचायत समितियों में बांट दिया गया, लेकिन विधायक चुप्पी साधे हुए हैं. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “जो खुद को लाठे कहते थे, वे अब कहीं नजर नहीं आ रहे हैं.”
