Jaisalmer : कश्मीर घाटी के पहलगाम में जैसलमेर से गए भाटिया समाज के 32 लोग एक होटल में फंसे हुए हैं. मंगलवार को हुए आतंकी हमले के बाद पहलगाम प्रशासन ने सभी होटल संचालकों को निर्देश दिए हैं कि अगले आदेश तक किसी भी पर्यटक को होटल से चेकआउट नहीं दिया जाए. ऐसे में ये सभी लोग होटल में ही ठहरे रहने को मजबूर हैं. इस घटना के चलते सैलानियों में डर का माहौल बना हुआ है.
जानकारी के मुताबिक, जैसलमेर के ये पर्यटक मंगलवार को उस जगह से केवल 3-4 किलोमीटर दूर थे, जहां आतंकी हमला हुआ. घटना की खबर मिलते ही उनके कैब ड्राइवर ने उन्हें तुरंत होटल लौटने को कहा. रास्ते भर दहशत का माहौल था, दुकानें बंद हो रही थीं और सुरक्षाबलों की चैकिंग चल रही थी. लोगों ने आसमान में हेलिकॉप्टर मूवमेंट देखा, जो संभवतः रेस्क्यू ऑपरेशन का हिस्सा था. सैलानी करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद सुरक्षित होटल पहुंच सके.
सुरक्षित घर लौटना चाहते हैं पर्यटक
पर्यटकों की योजना आज गुलमर्ग रवाना होने की थी, लेकिन चेकआउट पर लगी रोक के चलते अब वे वहीं फंसे हुए हैं. अर्पण और हितेश नामक सैलानियों ने बताया कि जिस जगह हमले की घटना हुई, वे सोमवार को उसी बाईसरन वैली में घूमने गए थे और कई घंटों तक वहीं रुके थे. उन्होंने बताया कि इस इलाके में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे, और न ही कोई सुरक्षा बल मौजूद था. हमला सुनते ही सभी के रोंगटे खड़े हो गए क्योंकि वे कुछ घंटे पहले ही वहीं से लौटे थे. पर्यटकों का कहना है कि वे अब जल्द से जल्द सुरक्षित लौटना चाहते हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से चेकआउट की अनुमति नहीं मिल रही है.
