Bikaner : बीकानेर का जूनागढ़ एक पर्यटक स्थल है जहां रोज देशी-विदेशी पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है. कुछ दिन पहले तक इस क्षेत्र में सड़क पर कचरा बिखरा रहता था. निराश्रित पशु इस पर मुंह मारते फिरते थे. यहां से गुजरने वाले लोगों को नाक पर हाथ रखकर पास से गुजरना पड़ता था. लेकिन अब यही जगह शहरवासियों के लिए बैठने, बातचीत करने और ताज़ी हवा में वक्त बिताने का केंद्र बन चुकी है. जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि के मार्गदर्शन में नवाचार के तहत यहां अर्ध भूमिगत दो कचरा पात्र स्थापित किए गए है. इससे अब यह स्थान साफ सुथरा और सुंदर बन गया है.
फिनलैंड से आयातित दो कचरा पात्र यहां पर स्थापित किए गए हैं. सूखे और गीले कचरे को थैली में बांधकर इन कचरा पात्रों में डाला जा सकता है. कीचड़, गोबर, पानी, कांच के टुकड़े, मकान का मलबा, पत्थर, जलती हुई वस्तु और मरा हुआ जानवर इस कचरा पात्र में नहीं डाला जा सकेगा. यहां लोगों के बैठने के लिए बेंच, लाइटें और टाइल्स लगाई गई हैं. निगरानी के लिए यहां सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए गए हैं ताकि अगर कोई इस स्थान को गंदा करता है या कचरा डालता है तो वह कमरे में कैद हो जाए. कचरा पात्र भरने पर इसमें भरे कचरे को बाहर निकाला जा सकेगा.
नगर निगम द्वारा किया जा रहा संचालन
यह कचरा संग्रहण केन्द्र नगर निगम द्वारा संचालित किया जा रहा है. यहां हर दिन की साफ-सफाई, रखरखाव और निगरानी सुनिश्चित की जाती है. कचरा संग्रहण केंद्र पर व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक होमगार्ड की नियुक्ति भी की गई है. इसके चलते कोई भी गलत तरीके से कचरा संग्रहण केन्द्र का उपयोग नहीं कर पाएगा. कचरा पात्र भरने पर इसमें भरे कचरे को नगर निगम द्वारा बाहर निकाला जाएगा जिससे यह स्थान साफ सुथरा बना रहे.
