Operation Sindoor : भारत ने जब आतंकवाद पर एयर स्ट्राइक किया, तो सिर्फ पाकिस्तान के आतंकी कैंप ही तबाह नहीं हुए बल्कि यह भी पता चला कि दुनिया के कौनसे देश भारत के साथ हैं और कौन देश पाकिस्तान के साथ. 6-7 मई की रात भारतीय वायुसेना के ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान और POK में आतंकियों के 9 ठिकाने तबाह कर दिए जिस पर दुनियाभर के देशों की प्रतिक्रिया आई है. डॉनाल्ड ट्रंप से लेकर ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर तक, दुनिया के हर देश ने इस पर अपना पक्ष रखा है. इस खबर में हम जानेंगे कि ऑपरेशन सिंदूर पर किन देशों ने भारत का साथ दिया और कौन देश हमारे खिलाफ खड़े हो गए?
भारत पर हुए आतंकी हमलों का बदला लेने की कार्रवाई पर इजराइल सबसे पहले भारत के साथ खड़ा नजर आया. भारत में इजराइली राजदूत रूवेन अजार ने साफ कहा कि भारत को आत्मरक्षा का पूरा अधिकार है. आतंकियों को अब समझ लेना चाहिए कि उन्हें कहीं छुपने की जगह नहीं मिलेगी. फ्रांस ने भी भारत के एक्शन को सही ठहराया. फ्रेंच दूतावास ने कहा कि आतंक के खिलाफ भारत की लड़ाई में हम उसके साथ हैं.
डोनाल्ड ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया
अमेरिका की प्रतिक्रिया थोड़ी संतुलित रही, लेकिन संकेत भारत के पक्ष में ही गए. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि यह स्थिति चिंताजनक है लेकिन वह दोनों देशों को जानते हैं और उम्मीद करते हैं कि ये जल्द सुलझेगा. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव पर हम नजर रखे हुए हैं और शांति की दिशा में काम किया जाएगा. जर्मनी, रूस और अफगानिस्तान ने भी तनाव को लेकर चिंता जताई और संयम की अपील की लेकिन भारत की कार्रवाई को गलत नहीं कहा.
चीन ने बोली पाकिस्तान की भाषा
चीन ने हमेशा की तरह पाकिस्तान की भाषा बोली. उसने भारत की स्ट्राइक को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि यह कदम क्षेत्रीय शांति के खिलाफ है. तुर्किये ने तो और भी आगे जाकर इसे पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन बताया. तुर्की के विदेश मंत्री ने पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री से फोन पर बात कर खुलेआम समर्थन किया. ये वही देश हैं जो हमेशा आतंक के खिलाफ वैश्विक मंचों पर दोहरा रवैया अपनाते रहे हैं और इस बार भी इन्होंने यही किया.
ईरान, कतर, मिस्र और UAE ने अपनाया संतुलित रुख
ईरान, कतर, मिस्र और UAE ने इस स्थिति को लेकर संतुलित रुख अपनाया. इन देशों ने दोनों पक्षों से संयम बरतने और बातचीत के जरिए समाधान निकालने की अपील की. कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी ने पीएम मोदी से बात कर भारत की आतंकवाद विरोधी नीति का समर्थन किया, लेकिन साथ ही कूटनीतिक समाधान पर भी जोर दिया. UAE और मिस्र ने भी तनाव कम करने के लिए दोनों देशों से संयम बरतने को कहा. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव ब्रिटेन में कई लोगों के लिए गंभीर चिंता का विषय होगा. हम दोनों देशों और अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ बातचीत कर रहे हैं. हम चाहते हैं कि बातचीत आगे बढ़े, तनाव में कमी आए और नागरिकों की सुरक्षा बनी रहे.
संयुक्त राष्ट्र ने की क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने की अपील
अब बात करते हैं संयुक्त राष्ट्र संघ की. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी चिंता जताई और भारत-पाकिस्तान से अधिकतम संयम बरतने की अपील की. UN के प्रवक्ता ने कहा कि महासचिव सैन्य टकराव से चिंतित हैं और दोनों देशों से आग्रह करते हैं कि वो क्षेत्रीय स्थिरता को बनाए रखें.
ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ आतंकी ठिकानों पर बमबारी नहीं थी, यह एक संदेश था जिसमें भारत ने दिखा दिया कि अब वह अब पाकिस्तान के साथ मीटिंग-मीटिंग नहीं खेलेगा, बल्कि ‘प्रहार’ से जवाब देगा. दुनिया देख रही है कि भारत अब किसी भी आतंकी हमले पर खामोश नहीं बैठेगा. पाकिस्तान को भी अब समझ जाना चाहिए कि हर आतंकी हमला, उसकी जमीन पर तबाही बनकर लौटेगा.
