Rajasthan : भारतीय जनता पार्टी के सीनियर लीडर और पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. प्रदेशभर के किसानों के साथ हो रहे अन्याय, नहरों में पानी बंद किए जाने, ओरण गोचर की भूमियों को कंपनियों को दिए जाने के खिलाफ वह 6 फरवरी से राजस्थान विधानसभा के बाहर धरना देंगे.
बीकानेर में आईपीएस अधिकारी प्यारेलाल शिवरान की लंबी पोस्टिंग को लेकर भी उन्होंने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. भाटी ने मीडिया को बताया कि प्यारेलाल शिवरान पिछले 15 साल से बीकानेर में पोस्टेड हैं. एक ही जिले में इतने लंबे समय तक किसी अधिकारी की पोस्टिंग नियमों के विरुद्ध है. अब उन्हें हाल ही में बीकानेर एसीबी का एसपी लगाया गया है. भाटी ने कहा कि 6 फरवरी को विधानसभा के बाहर धरना देकर वे इस मुद्दे को भी उठाएंगे. भाटी के इस ऐलान के बाद प्रदेश के सियासत में खलबली मच गई है. अगर भाटी का यह धरना जोर पकड़ा तो भजनलाल सरकार के हाथ-पांव फूल सकते हैं.
यही नहीं, देवी सिंह भाटी के इस धरने को अब जैसलमेर के किसानों का भी साथ मिल गया है. जैसलमेर के किसान भी ओरण गोचर की भूमि को कंपनियों को दिए जाने से सरकार के खिलाफ भड़के हुए हैं. इसलिए वे भी देवीसिंह भाटी के साथ 6 फरवरी को विधानसभा के बाहर धरने पर बैठेंगे. इसमें जैसलमेर के सैकड़ों किसान और पर्यावरणप्रेमी शामिल होंगे.
इस धरने को लेकर किसान संघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष कूंपसिंह छोड़िया ने बताया कि जैसलमेर में लगभग 5 हजार किसानों को डिमांड भरे 2 साल से ऊपर हो चुका है. लेकिन अभी तक कृषि कनेक्शन नहीं मिले हैं. इसके साथ ही प्रत्येक गांव में मुंह बोली ओरण सैकंडों वर्षों से मौजूद है जिन्हें सरकार कंपनियों को दे रही है. इससे दुखी किसान देवीसिंह भाटी के धरने में पहुंचकर अपनी आवाज उठाएंगे.
