Rajasthan : देवली- उनियारा में उपचुनाव के दौरान एसडीएम अमित चौधरी को निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने थप्पड़ मार दिया था. इस मामले के बाद SDM अमित चौधरी लगातार चर्चाओं में बने हुए है. लेकिन थप्पड़काण्ड से चर्चा में आए SDM अमित चौधरी बुरे फंस गये हैं.
दरअसल आपको बता दें, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मालपुरा ने एसडीएम अमित चौधरी सहित 6 अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। यह मामला मालपुरा के राकेश कुमार पारीक की दुकान को बिना किसी कानूनी प्रक्रिया के ध्वस्त करने से जुड़ा है. मालपुरा निवासी राकेश कुमार पारीक ने एसडीएम कोर्ट में याचिका दायर की थी.
राकेश कुमार पारीक का आरोप है कि 10 अक्टूबर 2024 को उनकी किराए पर ली गई दुकान को बिना किसी नोटिस और कानूनी प्रक्रिया का पालन किए ध्वस्त कर दिया गया। इस दौरान दुकान पर कोर्ट का स्टे आदेश भी चस्पा था, लेकिन अधिकारियों ने इसकी अनदेखी की है. साथ ही राकेश पारीक ने आरोप लगाया कि नगर पालिका की इस कार्रवाई में उनके फर्नीचर, नकदी और स्टांप पेपर भी गायब कर दिए गए. उन्होंने इसे पद के दुरुपयोग का मामला बताते हुए एसीजेएम कोर्ट मालपुरा में एसडीएम अमित चौधरी और अन्य संबंधित अधिकारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 198, 199, 201, 334(1), 334(2), 61(2) के तहत शिकायत दर्ज कराई.
कोर्ट ने इन लोगों के खिलाफ दिए कार्रवाई के आदेश
कोर्ट ने एसडीएम अमित चौधरी के साथ तत्कालीन तहसीलदार पवन कुमार मातवा, प्रशासनिक अधिकारी जयनारायण जाट, गिरदावर रामदास माली, जमादार राजेश कुमार और स्टोर कीपर राजेंद्र कुमार के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है.
आपको बता दें, 13 नवंबर 2024 को देवली-उनियारा उपचुनाव के दौरान समरावता गांव में एसडीएम अमित चौधरी को स्थानीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने थप्पड़ मार दिया था। इसके बाद गांव में हिंसा भड़क गई थी। नरेश मीणा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया, और फिलहाल वह जेल में हैं। उन्हें अब तक जमानत नहीं मिली है. इस बीच एसडीएम अमित चौधरी के खिलाफ कोर्ट के आदेश के बाद अब उनकी मुश्किलें भी बढ़ती हुई नजर आ रही हैं.
