Jaisalmer : रामदेवरा में चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत प्रशासनिक टीम जब निरीक्षण के लिए पहुंची, तो एक चौंकाने वाला मामला सामने आया. बिजलीघर के पास स्थित ग्राम विकास अधिकारी कार्यालय के ठीक सामने बीते 20 वर्षों से टीन शेड के नीचे एक रेस्टोरेंट संचालित किया जा रहा था. इतने लंबे समय से सरकारी भूमि पर हो रहे इस अवैध कब्जे की जानकारी अब जाकर प्रशासन को हुई. मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने रेस्टोरेंट संचालक को जगह खाली करने के निर्देश दिए हैं.
प्रशासन ने इससे पहले 17 अप्रैल को एक आदेश जारी करते हुए सभी दुकानदारों, धर्मशालाओं और होटलों के मालिकों को 21 अप्रैल तक स्वेच्छा से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए थे. साथ ही चेतावनी दी गई थी कि तय समय सीमा के बाद जेसीबी की मदद से अतिक्रमण हटाया जाएगा. इस आदेश के बाद से रामदेवरा कस्बे में हलचल मच गई और बीते चार दिनों में सैकड़ों दुकानदारों ने खुद ही अपने कब्जे हटाने शुरू कर दिए हैं.
अधिकारी कर रहे अतिक्रमण की पहचान
प्रशासन ने न केवल दुकानों के बाहर से सामान हटवाया, बल्कि सड़कों और नालियों पर रखे निर्माण सामग्री, बैनर, टीन शेड और अन्य अतिक्रमण भी हटाने के निर्देश दिए हैं. शुक्रवार को पोकरण के डिप्टी भवानी सिंह, खंड विकास अधिकारी नरपत सिंह, ग्राम सेवक चौथाराम, पुलिस और अन्य प्रशासनिक अधिकारी निरीक्षण के लिए रामदेवरा पहुंचे. उन्होंने मुख्य मार्गों, भीड़भाड़ वाले इलाकों और सरकारी जमीनों का जायजा लिया और अतिक्रमण की पहचान की.
रामदेवरा को जल्द बनाया जाएगा अतिक्रमण मुक्त
खंड विकास अधिकारी नरपत सिंह हरसाणी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि सरकारी संपत्तियों पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. खासतौर पर जिन लोगों ने कार्यालय परिसर या सरकारी इमारतों के सामने स्थायी निर्माण कर रखा है, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी. प्रशासन ने साफ किया है कि किसी भी हालत में अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और रामदेवरा कस्बे को जल्द ही अतिक्रमण मुक्त बनाया जाएगा.
