Jaisalmer : जैसलमेर में बोरवेल से जलधारा फूटने वाली जगह को लेकर ओएनजीसी की टीम ने कलेक्टर को रिपोर्ट सौंपी है. इस रिपोर्ट में घटनास्थल को लेकर चेतावनी भी जारी की गई है. ओएनजीसी की टीम ने अपनी रिपोर्ट में चेताया है कि बोरवेल में फंसे ट्रक और मशीन को बाहर नहीं निकालना चाहिए.
ओएनजीसी की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि अगर बोरवेल में फंसे ट्रक और मशीन को बाहर निकाला गया तो फिर से पानी और गैस का रिसाव हो सकता है. अब इस मामले में प्रशासन अगला कदम क्या उठाएगा, इसको लेकर मंथन किया जाएगा.
28 दिसंबर को फूटी थी जलधारा
दरअसल, मोहनगढ़ इलाके के 27 बीडी चक इलाके में 28 दिसंबर को विक्रम सिंह के खेत में बोरवेल खुदाई के दौरान अचानक से जलधारा फूटी थी. दो दिन तक यह जलधारा रुकी नहीं थी. धीरे-धीरे फिर इससे पानी निकलना बंद हो गया. इसके बाद बोरवेल से फूटी जलधारा की जांच के लिए ओएनजीसी की टीम मौके पर पहुंची थी जिसने अब अपनी रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप दी है.
घटनास्थल से दूरी बरतने की नसीहत
जैसलमेर जिला कलेक्टर प्रताप सिंह नाथावत ने बताया है कि ओएनजीसी की क्राइसिस मैनेजमेंट टीम ने तकनीकी रिपोर्ट सौंपी है. टीम ने घटनास्थल से दूरी बरतने की नसीहत दी है. अगर ट्रक और मशीन को बाहर निकाला गया तो बड़े खतरा हो सकता है. हो सकता है कि ट्रक और 22 टन वजनी मशीन के कारण ही पानी, गैस का प्रेशर के साथ रिसाव बंद हुआ हो. अगर मशीन को निकाला गया तो पानी और गैस का रिसाव एक बार फिर से प्रेशर के साथ शुरू हो सकता है. ट्रक और मशीन का क्या करना है, इसको लेकर अब आगे प्लानिंग की जाएगी.
