Jodhpur : जोधपुर के फलोदी में एक छोटे से गांव में ऐसी खौफनाक घटना घटी है जिसने पूरे राजस्थान को हिलाकर रख दिया है. बात 14 अप्रैल की रात की है जब एक मां-बाप ने अपने ही 3 मासूम बच्चों को जहर दिया, उनकी कलाई काटी, गला रेता और फिर खुद को भी खत्म करने की कोशिश की. लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि मां-बाप को अपने ही बच्चों को मौत के घाट उतारना पड़ा.
फलोदी के कालू पाबूजी गांव के शिवलाल का छोटा भाई नरेश आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है. ऐसे में माता-पिता शिवलाल से ही पैसों की डिमांड करते थे. इसी को लेकर पति-पत्नी में अक्सर झगड़ा होता रहता था. इससे परेशान शिवलाल ने अपने परिवार को खत्म करने की ठान ली थी. वारदात के 3 दिन पहले ही शिवलाल सबसे छोटी बेटी नत्थू को उसके नाना के घर से लेकर आया. नत्थू दो साल से अपने नाना के घर ही रह रही थी. उसके दोनों बड़े भाई-बहन किरण और हरीश कोलू पाबूजी में ही इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे.
घटना वाली रात भी हुआ था पति-पत्नी में झगड़ा
घटना वाली रात भी पति-पत्नी में पैसों को लेकर झगड़ा हुआ था. इसलिए शिवलाल ने तय कर लिया था कि वह पूरे परिवार को खत्म करके रहेगा. इसमें उसकी पत्नी जतनो ने भी उसका साथ दिया. घटना वाली रात, शिवलाल और जतनो ने अपने घर के बाहर बिस्तर तो लगाया, लेकिन वो सोए नहीं. वो चुपके से कमरे में गए, जहां उनके तीनों बच्चे थे. पहले उन्होंने बच्चों को कोल्ड ड्रिंक पिलाई, फिर खाने में कीटनाशक मिलाकर उन्हें बेहोश कर दिया. इसके बाद, उन्होंने एक-एक करके बच्चों की कलाई काटी. हरीश और किरण की नसें ब्लेड से काटी गईं, और सबसे छोटी नत्थू का गला उसकी मां जतनो ने खुद रेता. हैरान करने वाली बात ये है कि गला रेतने के बाद भी मां-बाप ने बच्चों का गला दबाया, ताकि उनकी मौत पक्की हो जाए.
घर के बाहर खून देखकर चौंक गए परिवार के लोग
सुबह जब शिवलाल की भाभी गुड्डी ने घर के बाहर खून देखा, तो वह चौंक गई. वहां जाकर देखा तो दरवाजे से खून बहकर बाहर आया हुआ था. कमरा अन्दर से खुला हुआ था. हल्का सा किवाड़ खोला तो अंदर का नजारा देखकर वह सिहर गई. चिल्लाती हुई वहां से भागी और परिवार को बताया. शिवलाल और जतनो की सांसें चल रही थीं. जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उसे कमरे से जहर की खाली शीशी, ब्लेड और चाकू बरामद हुआ. पुलिस अब परिवार के बाकी सदस्यों से पूछताछ कर रही है, और जोधपुर से आई एफएसएल टीम ने भी सैंपल्स इकट्ठा कर लिए हैं. लेकिन सवाल ये है कि आखिर क्या वजह थी कि एक मां अपनी दो साल की बेटी को इतनी बेरहमी से मार सकती है? क्या ये सिर्फ पैसे का झगड़ा था? क्या शिवलाल और जतनो की मानसिक हालत इसके लिए जिम्मेदार थी? या इसके पीछे कुछ और गहरा राज छुपा है? हालांकि पुलिस की जांच जारी है और इन सब सवालों के जवाब तभी सामने आएंगे जब पुलिस आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ करेगी.
