Jaisalmer : राजस्थान की 6759 ग्राम पंचायतों का कार्यकाल खत्म हो चुका है लेकिन अभी तक यह तय नहीं है कि प्रदेश में पंचायत चुनाव कब होने हैं. इन पंचायतों के चुनाव 31 जनवरी से पहले करवाए जाने जरूरी थे लेकिन राजस्थान सरकार ने वन स्टेट वन इलेक्शन के कारण चुनावों को स्थगित कर दिया और पंचायतीराज संस्थाओं के पुनर्गठन का फैसला किया. अब जब तक इनके पुनर्गठन का काम पूरा नहीं हो जाता तब तक चुनाव नहीं होंगे.
नई ग्राम पंचायत और पंचायत समितियां बनने को लेकर अब जैसलमेर में भी हलचल तेज हो गई है. इसके लिए जैसलमेर के एसडीएम पवन कुमार ने सभी तहसीलदार और पटवारियों को आदेश निकालकर 2011 की जनगणना के अनुसार ग्राम पंचायतों और पंचायत समितियों के पुनर्गठन अथवा पुनर्सीमांकन अथवा नवसृजन के प्रस्ताव तैयार करने में सहयोग करने को कहा है.
नई ग्राम पंचायतों के लिए होनी चाहिए न्यूनतम 2000 जनसंख्या
इसके लिए ग्राम पंचायतों में न्यूनतम जनसंख्या 2000 एवं अधिकतम जनसंख्या 4000 रखी गई है. इसके साथ ही पंचायत समितियों के लिए कहा गया है कि 40 या उससे अधिक ग्राम पंचायतें होने और 1.50 लाख या उससे अधिक जनसंख्या होने पर पंचायत समितियों को पुनर्गठित किया जाए. लेकिन यह भी जरूरी है कि पुनर्गठित या नवसृजित पंचायत समिति में कम से कम 20 ग्राम पंचायतें हों.
इस तारीख से शुरू होगा पुनर्गठन का काम
ऐसे में जिला कलेक्टर को 20 जनवरी से 18 फरवरी तक नई ग्राम पंचायतों और पंचायत समितियों के प्रस्ताव तैयार करने हैं. इसके बाद 20 फरवरी से 21 मार्च तक इन प्रस्तावों को प्रकाशित कर इन पर आपत्तियां आमंत्रित की जाएगी. 23 मार्च से 1 अप्रैल तक इन आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा. जनता के सुझाव और आपत्तियों का निस्तारण करने के बाद कलेक्टर अपनी सिफारिश के साथ पंचायत और पंचायत समितियों के पुनर्गठन का प्रस्ताव 3 अप्रैल से 15 अप्रैल तक पंचायती राज विभाग को भेजेंगे. फिर सरकार द्वारा अंतिम स्वीकृति मिलने पर उसी हिसाब से इलाकों को ग्राम पंचायत और पंचायत समितियों में शामिल कर लिया जाएगा. ग्राम पंचायतों और पंचायत समितियों के पुनर्गठन का काम पूरा होते ही सरकार पंचायतीराज चुनाव को लेकर जल्द तारीखों का ऐलान कर सकती है.
