जैसलमेर पवन (Wind Energy) और सौर ऊर्जा (Solar Energy) के माध्यम से हजारों मेगावाट बिजली का उत्पादन करता है. इस वजह से इसे पवन और सौर ऊर्जा का हब माना जाता है. लेकिन हालत ये है कि पड़ोसी जिलों को भी बिजली की सप्लाई करने वाले खुद जैसलमेर (Jaisalmer News) शहर में अक्सर बत्ती गुल (power cut in jaisalmer) रहती है. लंबे समय से शहर में किसी न किसी कारण या फॉल्ट की वजह से बिजली गुल रहने लगी है.
गर्मी के मौसम में बिजली कटौती के पीछे तकनीकी गड़बड़ियों को कारण बताया जाता था. लेकिन अब मौसम बदल जाने के बाद भी हालत जस की तस है. अब जून-जुलाई की तरह विद्युत लाइनों पर बिजली का भार नहीं है लेकिन इसके बावजूद लाइनों और ट्रांसफार्मर्स में फाल्ट को बिजली कटौती के पीछे का कारण बताना काफी हास्यास्पद है.
शुक्रवार को भी कई इलाकों में रही बत्ती गुल
शुक्रवार को भी जैसलमेर शहर के कई इलाकों में बत्ती गुल रही. शाम के समय गोपा चौक, जिंदानी चौकी, कंधारी पाड़ा, मदरसा रोड, ढिब्बा पाड़ा, दुर्ग के कोटड़ी पाड़ा और गांधी कॉलोनी समेत कई इलाकों में 2-3 घंटों तक बिजली कटौती रही. गुरुवार को भी भाटिया मुक्तिधाम के पास वाले इलाके में लोग कई घंटों तक बिजली आपूर्ति के लिए तरसते रहे.
गोल्डन सिटी में पर्यटकों को भी हो रही परेशानी
बिजली गुल रहने से न केवल घरों में परेशानी हो रही है, बल्कि गोल्डन सिटी (Golden City) में आने वाले देसी-विदेशी पर्यटकों को भी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. इन दिनों पर्यटन का सीजन है जिसके चलते रोजाना हजारों की संख्या में देशी-विदेशी सैलानी यहां घूमने के लिए आ रहे हैं. लेकिन बिजली कटौती की वजह से होटल्स-रेस्टोरेंट्स और अन्य दुकानों के संचालक पर्यटकों को सुविधाएं देने में काफी परेशान हो जाते हैं. इसके बावजूद प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है.
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