Jaisalmer : जैसलमेर जिले के भोपा और सांवता गांवों के लोगों का निजी सोलर कंपनी के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना लगातार छठे दिन भी जारी रहा. ग्रामीणों का कहना है कि वे रोजगार के अधिकार और अन्याय के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं. धरना दे रहे लोगों ने साफ कहा है कि यदि जल्द ही उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे आमरण अनशन शुरू करने को मजबूर होंगे.
ग्रामीणों ने बताया कि चार साल पहले एक निजी सोलर कंपनी से उनकी जमीन पर सोलर प्रोजेक्ट लगाने के लिए लीज एग्रीमेंट किया गया था. समझौते के दौरान यह शर्त रखी गई थी कि कंपनी स्थानीय लोगों को रोजगार देगी. शुरुआती चार वर्षों तक सबकुछ ठीक चलता रहा, लेकिन हाल ही में उक्त कंपनी ने सोलर प्रोजेक्ट को किसी अन्य कंपनी को बेच दिया.
ग्रामीण बोले- बाहरी लोगों की तैनाती से गांव में दहशत का माहौल
नई कंपनी के आने के बाद हालात पूरी तरह बदल गए हैं. ग्रामीणों के मुताबिक, उन्हें अब रोजगार से बाहर कर दिया गया है, जबकि सिक्योरिटी और अन्य पदों पर बाहरी लोगों को नियुक्त किया जा रहा है. इससे ग्रामीणों में भारी असंतोष है. न सिर्फ रोजगार छीना गया, बल्कि किसानों को उनकी जमीन का किराया भी अब नहीं दिया जा रहा है. गांववालों ने आरोप लगाया कि बाहरी लोगों की तैनाती से गांव में दहशत का माहौल बन गया है. लोगों को डराया-धमकाया जा रहा है, जिससे सामाजिक ताना-बाना भी प्रभावित हो रहा है.
