Jaisalmer : ओरण बचाने के लिए शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी के नेतृत्व में जो धरना शुरू हुआ था वो अभी भी जारी है. धरने को चलते हुए 25 दिन हो गए हैं. लेकिन इसके बावजूद ग्रामीणों की प्रशासन के साथ अभी तक कोई सहमति नहीं बन पाई है.
दरअसल, निजी कंपनी ने बईया गांव में सोलर प्रोजेक्ट के लिए पेड़ काटने शुरू किए थे जिसके विरोध में धरना शुरू हुआ था. ग्रामीणों की मांग है कि जंगल कि जमीन को पहले ओरण में दर्ज करवाया जाए और उसके बाद ही कंपनी सोलर प्रोजेक्ट का काम शुरू करे.
ओरण मामले में क्या है ग्रामीणों का पक्ष?
ग्रामीणों ने बताया कि बईया गांव की ओरण में स्थित देवी रोहिडायाली माता मंदिर, रोहिडा, कुमट, बोरडी, जाल व केर आदि वनस्पति के पेड़, घने जंगल व रेतीले धोरे धरती की शोभा है. इन सबको बचाने के लिए ही 25 दिन से ये धरना दिया जा रहा है. उन्होंने आगे बताया कि सोलर प्रोजेक्ट ने किसानों, पशुपालकों व जन साधारण को चिंता में डाल रखा है. विकास के नाम पर पीढ़ियों से आरक्षित भूमियां प्रोजेक्ट की चपेट में आ जाने से खत्म हो रही है.
