जैसलमेर के बइया गांव में ओरण बचाने की मुहिम को शिव से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने फिर से तेज कर दिया है. वह शुक्रवार को ग्रामीणों के साथ एक बार फिर से जैसलमेर के बइया गांव पहुंचे. उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी है कि जब तक लिखित में आश्वासन नहीं मिल जाता तब तक वो निजी कंपनी का काम शुरू नहीं होने देंगे.
गौरतलब है कि बइया गांव में अडानी कंपनी द्वारा जीएसएस का काम शुरू करवाने पर ग्रामीणों ने विरोध किया था. पुलिस ने 14 लोगों को पकड़ा भी था. तब से ग्रामीण कंपनी के काम का विरोध कर रहे हैं. वहीं सरपंच और उनका परिवार कंपनी के काम को सही ठहरा रहे हैं.
धरनास्थल पर गुजारी रात
शुक्रवार को धरने पर बैठे रविंद्र सिंह भाटी ने धरना स्थल पर ही रात गुजारी. रेत के धोरो में ही खाट लगाकर भाटी वहीं सोये. हालांकि पुलिस का ज़ाब्ता रात भर वहीं मौजूद रहा. भाटी का कहना है कि जब तक लिखित में आश्वासन नहीं मिलेगा तब तक हम लोग धरना नहीं उठाएंगे.
पुलिस के चंगुल से 2 साथियों को छुड़ाया
पुलिस ने कंपनी का काम का विरोध कर रहे 2 युवकों को पुलिस की जीप में बैठा लिया था. मौके पर आए रविंद्र सिंह ने दोनों को पुलिस के चंगुल से छुड़ाया. हालांकि इस दौरान पुलिस अधिकारी ने बोला कि उन्हें गिरफ्तार नहीं किया है. मगर रविंद्र सिंह भाटी ने दोनों को जीप से बाहर निकालते हुए कहा कि लोकतंत्र में विरोध करने का सबको अधिकार है. आप इन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकते.
